मास्टर स्कूल नहीं आते! राजनीति प्रभाव दिखाते है, छात्रों के भविष्य से होता खिलवाड़।
शिकायती मामला बरखेड़ा सेतु पंचायत के शासकीय प्राथमिक शाला बखरिया का है। जिसमें प्राथमिक शिक्षक जगदीश प्रसाद राय पिछले 6 माह से स्कूल ही नहीं पहुंचे। 6 अप्रैल को जब स्कूल बंद मिला और बच्चे स्कूल के बाहर खड़े हुए थे तो ग्रमीणों ने पंचनामा बनाकर इसकी शिकायत की।
इस प्रकार का यह नया मामला नहीं है
इस मामले में दिनांक 11/04 /2023 को ग्राम पंचायत बरखेड़ा सेतु के ग्रामीणों एवं सरपंच द्वारा शिक्षा मंत्री से लिखित शिकायत पत्र लिखा है। जिसमें शासकीय प्राथमिक शाला बखरीया में स्कूल में शिक्षक नहीं आते है। जिससे बच्चो की शिक्षा प्रभावित होती है। ग्रामीणों एवं बच्चों से पता चला कि आज शाला नहीं लगी है। आज छुट्टी है जबकि शासन द्वारा 6 अप्रेल को कोई छुट्टी नहीं थी। साथ ही ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि शाला में 2 शिक्षक पदस्थ है। जिसमें अनिल हनुमंत नियमित शाला आते हैं। जबकि दूसरे शिक्षक जगदीश प्रसाद राय (प्राथमिक शिक्षक) जो कि विगत 6 माह से अनुपस्थित हैं। स्कूल नहीं आते है। और वेतन पूरा लेते है।
जो कि राजनीतिक प्रभाव से अपना दबदबा प्राचार्य संकुल केंद्र पर बनाए हुए हैं जन शिक्षक रहते इन्ही शिकायतों के चलते विगत दिनों इनको प्रभारी जन शिक्षक के पद से हटाया भी गया था। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि शिक्षक जगदीश प्रसाद राय जो कि 26 जनवरी और 15 अगस्त पर ही आते हैं ।
नही होती कार्यवाही! संकुल केंद्र, कर्मचारी, अधिकारी रहते मौन। : ग्रामीण
ग्राम पंचायत सरपंच एवं ग्रामीणों ने जगदीश प्रसाद राय की जनपद पंचायत में भी शिकायत की गई थी, किंतु राजनीतिक प्रभाव के कारण कोई कार्रवाई आगे नहीं हो पाई। हम सभी ने शिक्षक के निलंबन की मांग की है इसको लेकर शिक्षा मंत्री के नाम लिखित शिकायत की है।
ऐसे शिक्षकों को वेतन क्यों दिया जा रहा है जबकि शिक्षक स्कूल ही नही आते, जांच की जाना चाहिए, इस प्रकार की लापरवाही स्कूलों में नहीं होनी चाहिए और सब जानकर भी अंजान है जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है। और सरकारी स्कूल की शिक्षा स्तर गिरने में ऐसे मिल जुलकर, राजनीति, रूतवा दिखाकर नोकरी के नाम पर सिर्फ वेतन ले रहे है शासन का पैसा क्यों बर्बाद किया जा रहा है, ग्रामीणों ने कहा हमारी मांग है कि शासन इस पर विचार कर नियमानुसार कार्यवाही करें और इन शिक्षकों को शीघ्र निलंबन कर इनके स्थानों पर अन्य योग्य शिक्षक को नियुक्त किया जाए।
बीआरसी सतीश कुशवाह ने बताया इस संबंध में अन्य समाचार पत्रों एवं पत्र के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई उसके बाद जांच कमेटी बनाई गई है जांच उपरांत जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर कार्यवाही की जाएगी।