शिक्षक दिवस पांच सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्ण जी के जन्मदिन पर राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया जाता है। एक महान शिक्षक, दर्शन शास्त्री, लेखक, आंध्र विश्वविद्यालय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति और 13 मई 1962 से 1967 तक भारत के राष्ट्रपति पद पर मनोनित रहे। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्ण जी का जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था इस दिन को शिक्षकों के योगदान को सम्मानित करने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है। भारत के सभी प्रायवेट एवं शासकीय शैक्षणिक संस्थानों में प्रतिवर्ष कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
वेबसाइट बनाकर डिजिटल तकनीकी से शिक्षको का किया सम्मान
शिक्षक दिवस पर एक्सेल कंप्यूटर संस्थान के अध्यनरत छात्रों ने अपनी संस्था एक्सेल कंप्यूटर की वेबसाइट बनाकर अपने शिक्षको का सम्मान किया। इस अवसर पर संस्था में अध्ययनरत पीडीजीडीसीए एवं डीसीए द्वितीय सेमेस्टर के छात्र, छात्राओं ने जानकारी देते हुए बताया प्रोजेक्ट अंतर्गत हमारे ग्रुप ने एचटीएमएल, सीएसएस और जावास्क्रिप्ट पर कोडिंग की सहायता से हमने संस्था की वेबसाइट बनाई है। आज शिक्षक दिवस पर सभी छात्रों एवं शिक्षकों के बीच हमने इसे रिप्रेजेंटेशन किया। छात्र छात्राओं में ऋतु मालवीय , अनुष्का गुप्ता, लक्की, प्रिंस, सुधा उइके, संजना, कीर्ति, वंदना साहू, शुभम नायक, रीना प्रजापति के ग्रुप को यह वेबसाइट बनाने के लिए दो माह का समय लगा। और आज शिक्षक दिवस पर इसे कंप्लीट कर आज संस्था की वेबसाइट को अपने शिक्षको से इसको लोकल होस्ट पर लांच कराया गया । संस्था संचालक अजय मालवीय ने माउस को क्लिक कर वेबसाइट को लोकल होस्ट पर लांच किया। संस्था संचालक ने कहा कि आज डिजिटल युग है। डिजीटल युग में छात्रों के इन प्रयासों को संस्था के सभी शिक्षको एवं छात्रों ने खूब सराहना की एवं छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इसी के साथ शिक्षक दिवस पर डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्ण जी के जन्मदिन पर केक काटकर राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया। संस्था के छात्र छात्राओं ने शिक्षक दिवस पर अपने प्रस्तुतियां प्रस्तुत की।इस अवसर पर संस्था के छात्र छात्राएं शिवानी, रितिका, शीतल, शिमरन, ईशा नागर, सुहानी, अनम खान, कैफ़ी खान, शालू, अंजली, मुस्कान, सुप्रिया, वर्षा, गिरीश, मयंक, लक्की, ऋतिक, नीरज, पूजा पाल, दीक्षा, अंजू पाल, संजू, रिंकू, उमर, सूर्या, वर्षा, मोहित, क्रिश समस्त छात्र छात्राएं एवं शिक्षक संजू भिलाला, प्रशांत सिंह उपस्थित रहे।